अमेरिकी सांसद ने कहा- कंपनी उस बच्चे की तरह जिसके हाथ में माचिस, आग लगाकर कहता है हम सीख रहे हैं
गैजेट डेस्क. सोशल मीडिया जायंट फेसबुक ने दो साल पहले एक बयान में कहा था कि इसकी कोशिश दुनिया को नजदीक लाना है। कंपनी इस काम में कितनी सफल हुई यह तो अभी स्पष्ट नहीं है इसको लेकर अमेरिका की धुर-विरोधी दो राजनीतिक पार्टियों के सुर एक जैसे जरूर हो गए हैं। फेसबुक ने हाल ही में घोषणा की है कि वह अगले साल क्रिप्टोकरेंसी लिब्रा लॉन्च करेगी। अमेरिकी संसद सीनेट की बैंकिंग कमेटी ने मंगलवार को फेसबुक की इस योजना पर सुनवाई की। इस दौरान दोनों पार्टियों की ओर से कंपनी पर कई गंभीर सवाल उठाए।
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सुनवाई के दौरान फेसबुक एक्जीक्यूटिव डेविड मार्कस भी मौजूद थे। डेमोक्रेट पार्टी के सिनेटर शेरोड ब्राउन ने कहा, ‘हमें फेसबुक पर यकीन नहीं है। कंपनी एक के बाद एक कई स्कैंडल में लिप्त रही है। फेसबुक उस बच्चे की तरह है जिसके हाथ माचिस लग गई है। यह बार-बार घर में आग लगाता है और बार-बार यही कहता है कि हम सीख रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि फेसबुक को नया बिजनेस मॉडल लॉन्च करने से पहले अपने घर की सफाई करनी चाहिए। रिपलब्लिकन सीनेटर मार्था मैकसैली ने कहा, ‘मैं आप लोगों पर भरोसा नहीं कर सकती। आपको अपने अंदर कई सुधार लाने होंगे।’
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एक अन्य रिपब्लिकन सीनेटर जोए नेगुसे ने कहा, ‘अगर किसी इंडस्ट्री में छह में से चार बड़ी इकाइयों का स्वामित्व हो तो इसे मोनोपोली (एकाधिकार) कहते हैं। बिजनेस के स्वस्थ माहौल के लिए यह ठीक नहीं है।’ सुनवाई के दौरान मौजूद फेसबुक के अधिकारी डेविड मार्कस ने सिनेटरों की चिंता को दूर करने की पूरी कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘फेसबुक तब तक लिब्रा को लॉन्च नहीं करेगी, जब तक उसे रेगुटेलरों से अनुमति नहीं मिल जाती है। हमें मालूम है कि लॉन्चिंग से पहले काफी काम करना है। हमें यह भी मालूम है कि लिब्रा को लॉन्च करने के लिए लोगों का विश्वास हासिल करना होगा।
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मार्कस 2012 से लेकर 2014 तक पे पाल के प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं। फेसबुक ने यह भी कहा है कि लिब्रा के लिए हासिल किए गए यूजर डेटा सुरक्षित रहेंगे और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इसका कोई गलत इस्तेमाल न हो।
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बिटक्वाइन आज की तारीफ में सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी है। अमेरिकी सीनेट में लिब्रा पर हुई सुनवाई के बाद बिटक्वाइन की वैल्यू 11% गिर गई। एक लिब्रा की कीमत घटकर 9590 डॉलर 6.60 लाख रुपए हो गई। बिटक्वाइन के निवेशकों को लगता है कि आने वाले समय में अमेरिका क्रिप्टो करेंसी पर सख्ती बढ़ा सकता है।
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